लीवर के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए कुटकी के फायदे और उपचार
2024 ख़त्म होने में बस कुछ दिन बाकी है और अब तक हम सबने ही नए साल का स्वागत करने के लिए प्लान्स बना लिए होंगे। दोस्तों को के साथ बहार जाना, देर रात तक पार्टी और पार्टी में ढेर सारा लज़ीज़ खाना पीना। यह सब चीज़े सोचकर भी मन खुश हो जाता है। पर क्या आप जानते है, पार्टियां आपके मन को जितना आनंद देती है उतना ही आपके लीवर के स्वास्थ्य को नुक्सान पहुंचा सकती है।
यह जो हम रोज़ की पार्टी करते है, तला-भुना जंक फ़ूड कहते है, या फिर शराब का सेवन करते है वह हमारे शरीर में फैटी लिवर की वजह बन सकती है। इस समस्या से छुटकारा पाने का एक बेहतरीन उपाए है कुटकी।
आप में से कई लोगो ने शायद इसका नाम ही पहली बार सुना होगा, पर अगर आपको इसके गुणों के बारे में पता चला तो आप भी हैरान हो जाओगे। इसीलिए इस लेख में हम कुटकी से आपका परिचय करवाएंगे और बताएँगे की कैसे इसकी सहायता से आप लिवर के स्वास्थ्य को सुधर सकते है।
क्या है कुटकी?
कुटकी मूलरूप से एक अनाज है, जिसमे फाइबर, प्रोटीन, और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। कुटकी के औषधिय गुण के कारण प्राचीन समय में इसे लिवर की समस्याओं को ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता था। यह लिवर के स्वास्थ्य के लिए किसी अमृत से कम नहीं माना जाता। इसमें मौजूद गुण न सर लिवर के स्वास्थ्य को अच्छा करते है बल्कि समग्र स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते है।
लीवर के लिए
कुटकी के लाभ
रस्ते में चलते हुए अगर बार-बार
स्पीड ब्रेकर आये तो गाड़ी की रफ़्तार धीमी पर सकती है वैसे ही लिवर की समस्या जैसे पीलिया
हमारे जीवन की गाडी को धीमा कर सकता है। कुटकी
पेट्रोल या डीज़ल जैसे ईंधन की तरह है जो की हमारे शरीर में जाकर लिवर को साफ़ करके लिवर
के कार्यो में सुधार का काम करती है जिससे हमारे जीवन की गाडी कभी धीमी नहीं होती।
डाइजेशन (पाचन) को अच्छा करता है
लिवर के बिगड़ने से पाचनक्रिया पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इसका सेवन प्रतिदिन करने से लिवर की सेहत के साथ-साथ पाचन में भी सुधार देखने को मिलता है।
कुटकी से लीवर डिटॉक्स
आज कल की जीवनशैली और वातावरण में मौजूद प्रदुषण हमारे लिवर को विषैले तत्वों से भरता जा रहा है और कुटकी इन्ही तत्वों को लिवर से निकालकर लिवर को साफ़ करने में मदद करता है।
लिवर
की कोशिकाओं की मरम्मत
इस जड़ी-बूटी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
पाए जाते है जो न केवल लिवर की सेहत को अच्छा करते है बल्कि लिवर की कोशिकाओं की भी
मरम्मत करने में कारगर है।
ऊर्जा प्रदान करता है
कुटकी और लीवर स्वास्थ्य आपस में ऐसे जुड़े हुए है जैसे आसमान और चाँद और इसके कई फायदों में से ऊर्जा प्रदान करना भी एक है। लिवर ख़राब होने से पाचन ख़राब होता है जिससे की ज़रूरी पोषक तत्व शरीर में नहीं पौहच पाते और ऊर्जा भी कम हो जाती है पर यह जड़ी-बूटी इसी समस्या का संधान करती है।
लिवर की सेहत के लिए कुटकी के आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेदिक उपचार को किसी बेहि और दवाई से बेहतर माना जाता है क्योंकि इसमें प्राकृतिक तत्वों का इस्तेमाल किया जाट है उपचार के लिए। कुटकी को जब भुईआमला, मकोई, भृंगराज, और त्रिफला जैसे तत्वों के साथ मिलाया जाता है तो इसका प्रभाव २ गुणा बढ़ जाता है जो की लिवर को और भी तेज़ी से ठीक कर सकता है।
निष्कर्ष
लिवर का स्वस्थ रहना हमारे समग्र स्वास्थ्य के बहुत ही अहम है। इसलिए समय समय पर लिवर डीटॉक्स करना ज़रूरी है ताकि सेहत बनी रहे और कुटकी लिवर को साफ़ करने के लिए सबसे बेहतरीन उपाय है। यह न सिर्फ लिवर को ठीक करता है बल्कि इससे सम्बंधित समस्याओं को भी कम करने में मदद करता है।
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